प्रकाशितकोशों से अर्थ

सम्पादन

शब्दसागर

सम्पादन

उऋन वि॰ [हिं॰ उऋणा] दे॰ 'उऋण' । उ॰—कोटि कलप लगि तुम प्रति प्रति उपकार करौ जौ हे मनहरनी तरुनी उऋन न होउँ तबौ तौ । ।—नंद॰ ग्रं॰, पृ॰ २१ ।