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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

उँ अव्य॰— एक प्राय: अव्यक्त शाब्द जो प्रशन, अवज्ञा कोध तथा स्वीकृति सूचित करने के लिये व्यवहृत होता है । इसका प्रयोग उस अवसर पर होता है जब बोलनेवाला आलस्य से, अथवा मुँह फँसे रहने या और किसी कारण से नहीं खोल पाता ।