प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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इष्टि संज्ञा स्त्री॰ [सं॰]

१. इच्छा । अभिलाषा ।

२. व्याकरण में भाष्यकार की वह समति जिसके विषय में सूत्रकार ने कुछ न लिखा हो । व्याकरण का वह नियम जो सूत्र और वार्तिक में न हो ।

३. यज्ञ ।

४. हवि ।

५. प्रप्ति तथा सिद्धि के निमित्त होनेवाला प्रयत्न ।

६. निवेदन ।

७. निमंत्रण (को॰) ।