संज्ञा

पु.

अनुवाद

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

इतिहास संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. बीती हुई प्रसिद्ध घटनाओं और उनसे संबंध रखनेवाले पुरुषों का कालक्रम से वर्णन । तवारीख । उ॰—यद्यपि हमें इतिहास अपना प्राप्त पूरा है नहीं ।— भारत॰, पृ॰ ४ ।

२. वह पुस्तक जिसमें बीती हुई प्रसिद्ध घटनाओं और भूत पुरुषों का वर्णन हो । उ॰—अब भी 'लिखित मुनि' का चरित वह लिखित है इतिहास में ।— भारत॰, पृ॰ १० ।

१. किसी विषय में संबंधित तथ्यों का आदिकाल से वर्तमान समय तक का क्रमबद्ध वर्णन । जैसे— किसी शास्त्र, कला, संस्कृति का इतिहास ।

२. कथा । वृत्त । उ॰—इस अनंत काले शासन का, वह जब उच्छृंखल इतिहास ।—कामायनी, पृ॰ ३८ । यौ॰.— इतिहासकार=इतिहास लिखनेवाला । इतिवृत्त लेखक । इतिहासज्ञ=इतिहास का जानकार । इतिहासवेत्ता= इतिहासज्ञ ।