आसु
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादनआसु ^१पु सर्व [सं॰ अस्य, प्रा॰, अस्स, आसु जैसे 'यस्य' से जासु, तस्य से तासु] इसका । उ॰—जानि पुछार जो भय बनवासू । रोबँ रोबँ परि फाँद न आसू ।—जायसी (शब्द॰) ।
आसु ^२पु क्रि॰ वि॰ [सं॰ आशु] दे॰ 'आशु' । उ॰—आनि कै पाँ परौ देस लै, कोस लै आसु ही ईस सीता चलैं ओक को ।—रामचं॰, पृ॰ ११३ ।