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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

आवेग संज्ञा पुं॰[सं॰] ल

१. चित्त की प्रबल वृत्ति । मन का झोंक । जोर । जोश । जैसे ,— क्रोध के आवेग में हमने तुम्हों वे बातें कही थीं ।

२. रस के संवारी भावों में से एक । अकस्मात् इष्ट या अनिष्ट के प्राप्त होने से चित्त की आतुरता ।