प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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आवर्त ^१ वि॰ [सं॰]

१. पानी का भँवर ।

२. चार मेघाधिपों में से एक ।

३. वह बादल जिससे पानी न बरसे ।

४. एक प्रकार का रत्न । राजवर्त । लाजवर्द ।

५. सोनामाखी ।

६. रोएँ की भँवरी ।

७. सोच विचार । चिंता ।

८. संसार ।

आवर्त ^२ वि॰ घूमा हुआ । मुड़ा हुआ । यौ॰.—दक्षिणावर्त शंख = वह शंख जिसकी भौंरी दाहिनी तरफ गई हो । यह शंख बहुत मंगल प्रद समझा जाता हैं ।