हिन्दी सम्पादन

प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

आकबतीलंगर संज्ञा पुं॰ [ अ॰ आक़बत + फा़॰ ई॰ ( प्रत्य.) + हिं॰ लंगर] एक प्रकार का लंगर जो जहाज पर अगले मस्तूल की रस्सियों या रिंगिन के पास बीच के टूटक में रहता है और आफत के वक्त ड़ाला जाता हैं ।