असूझ
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादनअसूझ पु † वि॰ [सं॰ अ+हिं॰ सूझना]
१. अँधेरा । अंधकार- मय । उ॰—अगम असूझ देखि डर खाई । परै सौ सप्त पतालहि जाई ।—जायसी (शब्द॰) ।
२. जिसका वार पार न दिखाई पड़े । अपार । बहुत विस्तृत । बहुत अधिक । उ॰— (क) कटक असूझ देखि कै राजा गरब करेइ । दैउ क दसा न देखै दुहुँ का कहँ जय देइ ।—जायसी ग्रं॰, पृ॰ ११२ ।
३. जिसके करने का उपाय न सूझे । विकट । कठिन । उ॰— दोऊ लड़े होय समुख लोहैं भयो असूझ । शत्रू जूझ तब न्योरे एक दोऊ मँह जूझ ।—जायसी (शब्द॰) ।