अशांत वि॰ [सं॰ अशान्त] जो शांत न हो । अस्थिर । चंचंल । डाँवाँडोल । उ॰—यही तो, मैं ज्वलित वाड़व वह्नि नित्य अशांत ।-कामयनी, पृ॰ ८५ । २. अपवित्र । अधार्मिक [को॰] । ३. पाँचों तन्मात्राओं में से एक ।