अल्हड़
प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
अल्हड़ ^१ वि॰ [सं॰ अल=बहुत+ लल चाह]
१. मनमौजी । निर्द्वद्व । बेपरवाह ।
२. छोटी उम्र का । बिना अनुभव का । जिसे व्यवहार ज्ञात न हो । लोकज्ञातशून्य ।
३. उद्धत । उजड्ड अनगढ़ । अपरिष्कृत । अकुशल ।
४. अनारी । गँवार । अपरिपक्व ।
अल्हड़ ^२ संज्ञा पुं॰
१. नया बछड़ा । वह बछड़ा । जिसे दाँत न आए हों ।
२. बैल या बछड़ा जो निकाला न गया हो ।