अलभ्य
प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
अलभ्य वि॰ [सं॰]
१. न मिलने योग्य । अप्राप्त । उ॰—रस पिया सखि नित्य जहाँ नया अब अलभ्य वहाँ विष हो गया ।— सारेत, पृ॰ ३०७ ।
२. जो कठिनता से मिल सके । दुर्लभ । उ॰—मुनिहुँ मनोरथ को अगम अलभ्य लाभ सुगम सो राम लघु लोगनि को करिगे ।—तुलसी ग्रं॰, पृ॰ ३३९ ।
३. अमूल्य अनमोल । उ॰—जीवन सौभाग्य है जीवन अलभअय है ।-लहर, पृ॰ ७० ।