प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अलगाव संज्ञा पुं॰ [हिं॰ अलग+आव (प्रत्य॰)] पृथक्करण । अलग रहने का भाव । बिलगाव । उ॰—होली, सावन, झूले वा झेलुए की गीत आदि का अलगाव या ठहराव हुआ होगा ।—प्रेमघन॰, भा॰, २, पृ॰ ३५१ ।