अर्पण
प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
अर्पण संज्ञा पुं॰ [सं॰] [वि॰ अर्पित] किसी वस्तु पर से अपना स्वत्व हटाकर दूसरे का स्थापित करना । देना । दाना ।
२. नजर । भेंट । यौ॰—कृष्णार्पण । ब्रह्मार्पण ।
३. स्थापन । रखना जैसे, पदार्पणकरना ।
४. वापस करना । लौटाना [को॰] ।
५. छेदन [को॰] ।