प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अर्थसिद्धि संज्ञा स्त्री॰ [सं॰]

१. कौटिल्य के अनुसार पार्ष्णिग्राह को मित्र तथा आक्रंद (शत्रु के शत्रु) का सहारा मिलना ।

२. अमिलषित की प्राप्ति । सफलता [को॰] ।