प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अरोचक ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰] एक रोग जिसमें अन्न आदि का स्वाद मुँह में नहीं मिलता । विशेष—यह दुर्गंधयुक्त और घिनौनी चीजों खाने और घिनौना रुप देखने तथा त्रिदोष के प्रकोप से उत्पन्न होता है । इसके प्रधान पाँच भेद हैं—(१) वातज, (२) पित्तज, (३) कफज (४) सन्निपातज और (५) शोकादि से उत्पन्न ।

२. अरुचि ।

अरोचक ^२ वि॰ जो रुचे नहीं । अरुचिकर । उ॰—सुनि अघाई बत— लाइ उत सुधासने तिय बैन । हठि कत लाल बोलाइअत मोहि अरोचक ऐन—भिखारी ग्रं॰, भा॰ १, पृ॰ ५४ ।