प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अरुंधती संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ अरुन्धती]

१. वशिष्ठ मुनि की स्त्री ।

२. दक्ष की एक कन्या जो धर्म से ब्याही गई थी ।

३. एक बहुत छोटा तारा जो सप्तर्षि मंड़लस्थ वशिष्ठ के पास उगता है । विवाह में इसे वधू को दिखाने का विधान है । सुश्रुत के अनुसार जिसकी मृत्यु समीप होती है वह इस तारे को देख नहीं सकता ।

४. तंत्र के अनुसार जिह्वा । यौ॰—अरुंधतीजानि, अरुंधतीनाथ, अरुंधतीपति = वशिष्ट ऋषि । अरुंधती दर्शन न्याय = स्थूल से सूक्ष्म की ओर गमन । वि॰ दे॰ 'न्याय' ।