प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अरना ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ आरण्यक] जगली भैंसा । विशेष—जंगलों में इसके भुंड के झुंड मिलते हैं । यह साधारण भैसे से बड़ा और मजबूत होता है । इसके सुडौल और दृढ़ अंगों पर बड़े बड़े बाल होते हैं । इसका सींग लंबा, मोटा और पैना होता है और शेर तक का सामना करता है ।

अरना ^२ पु क्रि॰ अ॰ [हिं॰] शीघ्रता करना । उ॰—करौ दया मौ सीस दया कर आयौ सारा चार गुण अरकर ।—रा॰ रू॰, पृ॰ ६ ।

२. दे॰ 'अड़ना' ।