अरदास
प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
अरदास पु † संज्ञा स्त्री॰ [फा॰ अर्जदारत]
१. निवेदन के साथ भेंट । नजर । उ॰ एहि बिधि डील दीन्ह तब ताई । देहली की अरदासें आई ।—जायसी (शब्द॰) ।
२. शुभ कार्य या यात्रारंभ में किसी देवता की प्रार्थना करके उसके निमित्त कुछ भेंट निकाल रखना ।
३. वह ईश्वरप्रार्थना जो नानकपंथी प्रत्येक शुभ कार्य, चढ़ावे आदि के आरंभ में करते हैं ।
४. प्रार्थना । विनंती ।