प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अरदल संज्ञा पुं॰ [देश॰] एक प्रकार का वृक्ष जो पश्चिमी घाट और लंक द्विप में होता है । बिशेष—इससे पीले रंग की गोंद निकलती है जो पानी में नहीं घुलती, शराब में घुलती है । इससे अच्छा पीले रंग का वारनिश बनता है । इसका फल खट्टा होता है और खटाई के काम आता है । इसकी लकड़ी भूरे रंग की होती है जिसमें नीली धारियाँ होती हैं । गोरका । ओट । भव्य ।