अरचन पु संज्ञा पुं॰ [सं॰ अर्चन] पूजा । नव प्रकार की भक्ति में से एक । उ॰—श्रवण, कीर्तन, स्मरण, पादरत, अरचन, वंदन दास । सख्य और आत्ममिवेदन, प्रेम लक्षणा जास ।—सूर (शब्द॰) ।