प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अरंभ पु संज्ञा पुं॰ दे॰ 'आरंम' । उ—कथा अरंभ करइ सोइ चाहा । तेही समय गएउ खगनाहा ।—मानस, ७ ।६३ ।