अभीष्ट
प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
अभीष्ट ^१ वि॰ [सं॰]
१. वांछित । चाहा हुआ । अभिलषित । उ॰— जो स्पर्श कर लेता कभी था पुण्य प्रेम अभीष्ट को ।— कानन॰, पृ॰ २९ ।
२. मनोनीत । पसंद का ।
३. अभिप्रेत । आश्य के अनुकूल ।
४. प्रिय (को॰) ।
५. वैकल्पिक [को॰] ।
अभीष्ट ^२ संज्ञा पुं॰
१. मनोरथ । मनचाही बात । उ॰—'आपका अभीष्ट सिद्ध हो जायगा । (शब्द॰) ।
२. प्रिय व्यक्ति या प्रेमी ।
३. प्रचीन आचार्यों के मत से एक अलंकार जिसमें अपने इष्ट की सिद्ध दूसरे के कार्य द्बारा दिखाई जाय । यह यथार्थ में प्रहर्षण अलंकार के अंतर्गत आ जाता है । यौ॰—अभीष्टलाभ=इच्छित वस्तु की प्राप्ति । अभीष्टसिद्धि= अभीलाषित इच्छा का पूर्ण होना ।