प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अभिषेक संक्षा पु॰ [सं॰]

१. जल से सिंचन । छिड़काव ।

२. ऊपर से जल डालकर स्नान ।

३. बाधाशांति या मंगल के लिये मंत्र पढ़कर कुश और दूब से जल छिड़कना । मार्जन ।

४. विधिपूर्वक मंत्र से जल छिड़ककर अधिकारप्रदान । राजपद पर निर्वाचन ।

५. यज्ञादि के पीछे शांति के लिये स्नान ।

६. शिवलिंग के ऊपर तिपाई के सहारे जल से भरकर एक ऐसा घड़ा रखना जिसके पेदे में बारीक छेद, धीरे धीरे पानी टपकने के लिये हो । रुद्राभिषेक । यौ॰—अभिषेकपात्र = अभिषेक का पात्र । अभिषेकाह=अभिषेक का दिन । राज्यारोहण का दिन ।