अभिशाप संज्ञा पुं॰ [सं॰] [वि॰ अभिशापित, अभिशप्त] १. शाप । बद दुआ । उ॰— अभिशाप ताप की ज्वाला से जल रहा आज मन और अंग । — कामायनी, पृ॰ १६२ । २. मिथ्या दोषा- रोपण । झूठमूठ का अपवाद । ३. बुराई । अहित [को॰] ।