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प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अब्ज संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. जल से उत्पन्न वस्तु ।

२. कमल । पद्म । उ॰—अंकुस ऊरध रेख अब्ज अठकोन अभलतर । —भारतेंदु ग्रं॰, भा॰२, पृ॰७ ।

३. शंख

४. निचुल । इज्जल । हिज्जल । ईजड़ का पेड़ ।

५. चंद्रमा ।

६. धन्वंतरि ।

७. कपूर ।

८. एक संख्या । सौ करोड़ा । अरब ।

९. अरब के स्थान पर आनेवाली संख्या ।१,॰॰,॰॰,॰॰,॰॰० । यौ॰.—अब्जकर्णिका—कमल का छाता । अब्जज=(१)ब्रह्मा । (२) यात्रा में एक योग । विशेष—यह तब होता है जब बुध अपनी राशि और अपने अंश का हो और लग्न में शुक्र या बृहस्पति हो । अब्जदृपक्, अब्जनयन, अब्जनेत्र= कमलनयन । कमल जैसे नेत्रोंवाला । अब्जबांधव= सूर्य । अब्जभव= ब्रह्मा । अब्जभू= ब्रह्मा । अब्जभोग=(१) कमल की जड़ । भँसीड़ । (२) कौड़ी । बराटक । अब्जयोनि=ब्रह्मा । अब्जवाहन= शिव । अब्जवाहना= लक्ष्मी । अब्जस्थित= ब्रह्मा । अब्जहस्त= सूर्य । अब्जासन=ब्रह्मा ।