अबूझ वि॰ [सं अबुद्ध, प्रा॰ अबुज्झ] अबोध । नासमझ । नादान । उ॰—(क) कोने परा छुटिहै सुन रे जिव अबूझ । कबीर माँड़ मैदान करि इंद्रिन सोंजूझ ।—कबीर (शब्द॰) ।(ख) अजगव खंडेउ ऊख जिमि अजहुँ न बूझ अबूझ ।—तुलसी (शब्द॰) ।