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प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अपेक्षा संज्ञा स्त्री॰ [सं॰]

१. आकांक्षा ।इच्छा । अभिलाषा । चाह । जैसे,—कौन पुरुष है, जिसे धन की अपेक्षा न हो । आवश्यकता ।जरुरत । जैसे—संन्यासियों को धन की अपेक्षा नहीं है ।

३. आश्रय । भरोसा । आशा । जैसे—पुरुषार्थी पुरुष किसी की अपेक्षा नहीं करते ।

४. कार्य कारण का अन्योन्य संबंध ।

५. निस्बत । तुलना । मुकाबिला । जैसे—बँगला की अपेक्षा हिंदी सरल है । उ॰—बात बनाने में पुरुषों की अपेक्षा स्त्री स्वभाव से चतुर होती है । —श्रीनीवास ग्रं॰, पृ॰९३ । विशेष—इस अर्थ मे यह मात्राभेद दिखाने के लिए व्यवहृत होता है और इसके आगे मे लुप्त रहता है ।

६. प्रतीक्षा । इंतजार ।