प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अपहरण संज्ञा स्त्री॰ [सं॰] [वि॰ अपहरणीय, अपहरित, अपहृत,अपहर्ता]

१. छीनना । ले लेना । हर लेना । उ॰—इसका सर्वस्व अपहरण करके इसे केवल राज्य से बाहार कर दो ।—विशाख॰ पृ॰८३ ।

२. चोरी । लूट ।

३. छिपाव । संगोपन ।

४. महसूल वाले माल को दूसरी वस्तुओं में छिपाकर महसूल से बचाना [को॰] ।