प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अपरिग्रह संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. अस्वीकार । दान का न लेना । दान- त्याग ।

२. देहयात्रा के लिये आवश्यक धन से अधिक का त्याग । विराग ।

३. योगशास्त्र में पाँचवा यम । संगत्याग ।

४. जैन शास्त्रानुसार मोह का त्याग ।