अपजस पु † संज्ञा पुं॰ [हिं॰] दे॰ 'अपयश' । उ॰—चिंता यह मोहिं अपारा । अपजस नहिं होय तुम्हारा ।—तुलसी ग्रं॰, पृ॰ ४१९ ।