अनूचान संज्ञा पुं॰ [सं॰] १. वह जो वेद वेदांग मे पारंगत होकर गुरुकुल से आया हो । स्नातक ।२. विद्यारसिक व्यक्ति ।३. चरित्रवान् पुरुष ।