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प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अनुकृति संज्ञा स्त्री॰ [सं॰]

१. समान आचरण । देखा देखी कार्य । नकल । अनुकरण । उ॰—हृदय की अनुकृति वाह्य उदार ।— कामायनी, पृ॰ ४६ ।

२. वह काव्यालंकार जिसमें एक वस्तु का कारणांतर से दूसरी वस्तु के अनुसार हो जाना वर्णन किया जाय । यह वास्तव में सम अलंकार के अंतर्गत ही आता है ।