अनवरोध ^१ वि॰ [सं॰] बिना रोक या बाधा का । निरंतर । अबाध । उ॰—सरस ज्ञान अनवरोध करता नर रुधिरपान ।— गीतिका, पृ॰ ७० ।
अनवरोध ^२ संज्ञा पुं॰ अवरोध का अभाव [को॰] ।