प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अधिकारी ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ अधिकारिन्] [स्त्री॰ अधिकारिणी]

१. प्रभु । स्वामी । मालिक ।

२. स्वत्वधारी । हकदार

३. योग्यता या क्षमता रखतेवाला ।उपयुक्त पात्र । जैसे—सब मनुष्य बेदांत के अधिकारी नहीं हैं (शब्द॰) ।

४. नाटय़शास्र' के अनुसार नाटक का वह पात्र जिससे रुपक का प्रधान फल प्राप्त होता है ।

५. एक जातीय उपाधि (को॰) ।

अधिकारी ^२ वि॰— स्वत्व या क्षमता रखनेवाला [को॰] ।

अधिकारी ^३ वि॰ स्त्री॰ [हि॰ अधिआर] अधिकता । बाहुल्य । उ॰— (क) जेहि काँ आपन हितकर जान्यो दीन्हयों मुख अधिकारी ।—जग॰ बानी, भा, १, पृ॰ ३४ । (ख) तरकारी, यामें पानी की अधिकारी ।—घाघ॰ पृ॰ ८५ ।

अधिकारी ^४पु संज्ञा स्त्री [हि॰] जबर्दस्ती । उ॰—त्यों पदमाकर मेलि मुठी इत पाइ अकेली करी अधिकारी ।—पद्माकर ग्रं॰ पृ॰ ३१९ ।