अदृष्ट
प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
अदृष्ट ^१ वि॰ [सं॰] १न देखा हुआ । अलक्षित । अनदेखा । २लुप्त । अंतधनि । तिरोहित । गायब । ओझल । उ॰— यह कहिकै भगीरथी केशव भइ अदृष्ट ।—राम चं॰; पृ॰ ९३ । क्रि॰ प्र॰— करना । —होना ।
अदृष्ट ^२ संज्ञा पुं॰
१. भाग्य । प्रारब्ध । किसमत । भावी । जन्मांतर का संस्कार । उ॰—(क) केशव अदृष्ट साथ जीव जोति जैसी, तैसी लंकनाथ हाथ परी छाया जाया राम की ।—राम- चं॰, पृ॰ ७५ । (ख) दिखता अदृष्ट था विधाता वाम कर से ।—लहर पृ॰ ५३ ।
२. अग्नि और जल आदि से उत्पन्न आपत्ति । जैसे,—आग लगाना, बाढ़ आना, तुफान आना ।