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प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अत्त ^१पु वि॰ [सं॰ आत] प्राप्त । उपलब्ध ।

अत्त ^२ पु संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ अति] अति । अधिकता । ज्यादती । उ॰—यह कन्या फली नहीं, मुद्राराक्षस की विषकन्या हो गई । अत्त भी तो बड़ी भई ।—भारतेंदु ग्रंथ, भाग

१. पृ॰ ३६७ ।