अतुकान्त
प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
अतुकांत ^१ [हिं॰ अ+तुक+अंत] तुकरहित । जिसके अंतिम चरणों का तुक या अनुप्रास न मिलता हो । उ॰—प्रसाद जी हिंदी में छायावाद के विधाता तो हैं ही, अतुकांत कविता के आरंभकर्ता भी वे ही हैं ।—करुणा॰ (प्रका॰) ।
अतुकांत ^२ संज्ञा पुं॰ [हिं॰ अ+तुक+अंत] छंदोबद्ध कविता जिसमें तुक या अनुप्रास न हों ।