प्रकाशितकोशों से अर्थ
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अतप्ततनु ^१ वि॰ [सं॰] रामानुज संप्रदाय के अनुसार जिसने तप्तमुद्रा न धारण का हो । जिसने विष्णु के चार आयुधों के चिह्न अपने शरीर पर गरम धातु से न छपवाए हों । बिना छाप या चिह्न का ।
अतप्ततनु ^२ संज्ञा पुं॰ बिना छाप का मनुष्य ।