प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अड़ी ^१ संज्ञा स्त्री॰ [हि॰ अड़ाना]

१. अड़ान । जिद । हठ । आग्रह ।

२. रोक । क्रि॰ प्र॰—करना=हिरन की तरह छलाँग मारना ।

३. ऐसा अवसर जब कोई काम रुका हो । जरुरत का वक्त । मौका ।

४. पास या चोपड़ के खेल में एक ही घर में दो गोटियों के पहुँचने पर अन्य खेलाड़ीयों की चालों का रुकना । उ॰— चौरासी घर फिरै अड़ी पौ बारह नावाँ ।—पलटू॰ पृ॰ ३४ ।

अड़ी ^२ वि॰ अड़नेवाला । टेकी । जिद्दी ।