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प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अटका ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ अट=खाना; उड़ि॰ आटिका] जगन्नाथ जी को चढ़ाया हुआ भात जो दूर देशों में भी सुखाकर प्रसाद की भाँति भेजा जाता है । जगन्नाथ जी के भोग के निमित दिया हुआ धन । उ॰—अटका द्विशत रुपैया केरो । तुमहिं चढ़ैहौं अस प्राण मेरो ।—रामरसिक॰, पृ॰ ८५४ ।

अटका † ^२ संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ अटक] दे॰ 'अटक' ।