प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अज्ज पु ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ आर्य या अज] ब्रह्मा । उ॰—हूँ बंदो जाकूँ सदा सबकी सुणै पुकार । अज्ज कीट पर्यंत लों भय भंजन भरतार । —राम॰ धर्म॰, पृ॰ २५६ ।

अज्ज ^२पु क्रि॰ वि॰ [सं॰ अद्य, प्रा॰ अज्ज] आज । उ॰—जेहा सज्जण काल्ह था तेहा नाँही अज्ज । — ढोला॰, दू॰ २१६ ।

अज्ज ^३ संज्ञा पुं॰ [सं॰] दे॰ 'अज्झल' [को॰] ।