प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अजीरन ^१ वि॰ [सं॰ अजीर्ण, प्रा॰ अजीरण] दे॰ अजीर्ण । उ॰— होइ न कहूँ अनंद अजीरन । तासो धरु धीरज चंचल मन ।—भारतेंदु ग्रं॰, भा॰ १, पृ॰ ६०७ ।

अजीरन ^२ संज्ञा पुं॰ दे॰ 'अजीर्ण' । मुहा॰—अजीरन होना = दुर्वह होना । कठिन होना ।