अजक
प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
अजक ^१ वि॰ वि॰ [सं॰ अ=नहीं+फा॰ जक=पराजय] अपराजेय । उद्धत । उ॰—अजक अपीधा ज्यूँ विण कीधा रणताल । उ॰—राज॰, पृ॰ ७४ ।
अजक † संज्ञा स्त्री॰ रोग । पीड़ा । उ॰—एक जड़ी नोइ ऐसी री दुंग्गौ, मिटि जाइ अजक तिहारी ।—पोद्दार अभि॰ ग्रं॰, पृ॰ ९६५ ।
अजक ^३ संज्ञा पुं॰ [सं॰] पुरुरवा के वंश का एक राजा । [को॰] ।