अच्युत
प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
अच्युत ^१ वि॰ [सं॰]
१. जो गिरा न हो ।
२. दृढ़ अटल । स्थिर ।
३. नित्य । अमर । अविनाशी ।
४. जो न चूके । जो त्रुटि न करे । जो विचलित न हो ।
५. न चूने या टपकने वाला (को॰) ।
अच्युत ^२ संज्ञा पुं॰
१. विष्णु और उनके अवतारों का नाम ।
२. वासु देव । कृष्ण (को॰) ।
३. जैनियों के चार श्रेणी के देवताओं में चौथी अर्थात् बैमानिक श्रेणी के कल्यभव नामक देवताओं का एक भेद ।
४. एक पौधे का नाम ।
५. एक प्रकार की पद्य रचना जिसमें १२ बंध होते हैं (को॰) ।