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प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अचंभा संज्ञा पुं॰ [सं॰ अत्यद्भुत, प्रा॰ अच्चब्भुअ]

१. आश्चर्य । अचरज । विस्मय । तअज्जुब ।

२. विस्मय उत्पन्न करनेवाली बात । उ॰—एक अचंभा देखा रे भाई, ठाढ़ा सिंघ चरावै गाई ।—कबीर ग्रं॰, पृ॰ ९१ ।