अङ्गिरस्
प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
अंगिरस् संज्ञा पुं॰ [सं॰ अङ्गिरस्]
१. एक प्राचीन ऋषि का नाम जो दस प्रजापतियों में गिने जाति हैं । विशेष—ये अथर्ववेद के प्रादर्भावकर्ता कहे जाते हैं । इसी से इनका नाम अथर्वा भी है । इनकी उत्पत्ति के विषय में कई कथाएँ है । कहीं इनके पिता को उरु और माता को आग्नेयी लिखा है और कहीं इनको ब्रह्मा के मुख से उत्पन्न बतलाया गया है । स्मृति, स्वधा, सती और श्रद्धा इनकी स्त्रियाँ थीं जिनसे ऋचस् नाम की कन्या और मानस् नामक पुत्र हुए । इनकी बनाई एक स्मति भी है ।
२. वृहस्पति का नाम । ३० ६० संवत्सरों में छठे संवत्सर का नाम ।
४. कटीला । कटीला गोंद । कतीरा ।