प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अंकुल संज्ञा पुं॰ [ सं॰ अङ्कुर] दे॰ ' अंकुर'- १ । उ॰— अंकुल बीज नसाय कै भए बिदेही थान ।— कबीर बी॰, पृ॰ १३ । (ख) बीज बिन अंकुल पेड़ तरिवर, बिनु फूले फल फरिया ।— कबीर बी॰, पृ॰ ३५ ।