अग्यारी † संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ अग्नि + कारिका, प्रा॰ अग्गिआरिया= होमकर्म] १. अग्नि में धूप, गुड़ आदि सुगंध द्रव्य देने की क्रिया । धूपदान । २. अग्निकुंड ।