अग्न्युत्पात संज्ञा पुं॰ [सं॰] १. आकाशीय अग्नि द्वारा उपद्रव । विशेष—नक्षत्र, उल्का, वज्र या पत्थर, बिजली और तारा के रूप में यह पाँच प्रकार का होता है । २. अग्निकांड । आग लगना [को॰] ।